सूडान में भीषण युद्ध क्षेत्रों में फंसे भारतीयों को निकालने और उन्हें सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने के लिए भारत भूमि मार्गों के विकल्पों पर गंभीरतापूर्वक विचार कर रहा है. सूत्रों ने NDTV को यह जानकारी दी है. राजधानी खार्तूम और सूडान के अन्य स्थानों पर 15 अप्रैल को सेना प्रमुख अब्देल फतह अल-बुरहान के वफादार बलों की उनके डिप्टी और प्रतिद्वंद्वी मोहम्मद हमदान डागलो के साथ हिंसा भड़क उठी, जो शक्तिशाली पैरामिलिट्री रैपिड सपोर्ट फोर्स की कमान संभालते हैं.
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