किसी की शारीरिक क्षमता से ये तय नहीं हो सकता है कि वो शख्स क्या काम कर सकता है और क्या नहीं। हमारी समर्थ हीरो परविंदर चावला इस बात को सही साबित करती हैं। जब परविंदर 15 साल की थी तब पता चला कि उनको rheumatoid arthritis है, लेकिन उनके घूमने-फिरने और रोमांच के मामले में ये कभी आड़े नहीं आया। 59 देशों का सफ़र वो कर चुकी हैं और इसे यहीं पर रोकने का उनका कोई इरादा नहीं है। NDTV के साथ साझेदारी में Hyundai की पहल समर्थ के तहत हम आपको बता रहे हैं परविंदर चावला की प्रेरणा देने वाली कहानी।
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